Saturday, June 14, 2025
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“ईकोज़ ऑफ़ द सोल’’ में भावनाओं का सैलाब

लेखिका और समाजसेवी रावी पंधेर ने अपना भावुक सफर किया पेश

पुस्तक के विमोचन समारोह के दौरान साहित्य प्रेमियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया

चंडीगढ़,

रावी पंधेर द्वारा लिखित मनमोहक कविता संग्रह ‘‘ईकोज़ ऑफ़ द सोल’’ का विमोचन समारोह शानदार रहा। यहां बेज़ कैफे में आयोजित इस कार्यक्रम में साहित्यिक उत्साहियों, किताब प्रेमियों और मीडिया प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

स्टेज पर पहुंचने पर मौजूद लोगों ने रावी पंधेर का तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। विनम्रता और जुनून के साथ, रावी पंधेर ने ‘‘ईकोज़ ऑफ़ द सोल’’ लिखने के पीछे अपनी प्रेरणा साझा की, जिसमें उन्होंने अपने भावुक सफर का वर्णन किया, जिसने पिछले वर्षों में उनकी भावना को व्यक्त करने वाली कविताओं को आकार दिया। जब रावी पंधेर ने चुनिंदा कविताएं पढ़ीं जिन्हें दर्शकों ने बड़े ध्यान से सुना। यह उनकी भावनाओं की गूंज थी।

यह किताब दिलों को छूने और प्रेरित करने का वादा करती है। रावी पंधेर ने बताया कि अपने हृदयस्पर्शी कविताओं और अनुभवों/कथनों से, यह संग्रह साहित्य जगत पर स्थायी प्रभाव डालेगा।

कविताएं पढ़ने के बाद एक विचार-विमर्श सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें लेखिका ने दर्शकों से बात की तथा उनकी रचनात्मक प्रक्रिया और किताब में मौजूद विषयों के बारे में जानकारी साझा की। इसके बाद हुए प्रश्नोत्तरी सत्र में उपस्थित लोगों ने गहन सवाल पूछे।

कार्यक्रम के दौरान शाम तक मेहमान इकट्ठे होते रहे और साहित्य तथा जीवन के विषय पर चर्चा करते रहे। किताब पर हस्ताक्षर करने वाले सत्र के दौरान मौजूद लोगों को रावी पंधेर से व्यक्तिगत रूप से मिलने अपनी कॉपियों पर हस्ताक्षर करवाने और प्रशंसा के शब्द साझा करने का मौका मिला।

कार्यक्रम का समापन रावी पंधेर ने दिल से धन्यवाद करते हुए अपने प्रियजनों, प्रकाशकों और पाठकों के समर्थन का आभार व्यक्त करते हुये किया। अंत में आए मेहमान अपने साथ जुड़ाव की भावना लेकर गए और वे रावी पंधेर के भावुक शब्दों में भावविभोर होने को उत्सुक थे।

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